जैसे की हम सभी को मालूम है की भारत में कुछ महीनो में खाने पीने की कीमतों में लगातार
बढ़ोतरी हो रही है। इस कारण ही भारत सरकार ने गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा
दिया और यह अधिसूचना डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) द्वारा जारी की गई है। कि गैर
बासमती चावल सफेद चावल के निर्यात को बैन कर दिया गया है और भारत सरकार द्वारा उठाए
गए इस कदम से हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान को काफी ज्यादा फायदा होने की उम्मीद है।
भारत देश जो कि दुनिया का सबसे बड़ा चावल की खेती करने वाला देश है। भारत से होने वाले चावल में
गैर बासमती चावल अन्य देशों तक नहीं पहुंचाया जाएगा। तो इसका फायदा हमारे पड़ोसी देश
पाकिस्तान को ही होगा।
खरीफ फसलों की कम बुआई से भारत सरकार चिंतित
पिछले साल के मुकाबले में इस बार भारत में खरीफ फसलों की बुझाई में काफी कमी रही है। इस
बार बोए गए रकबे में चावल 6.1 फीसदी क्षेत्र में तो दलहन फसलें 13.3 फीसदी क्षेत्र में बोई गई हैं।
भारत के चावल के प्रमुख उत्पादक राज्य पश्चिम बंगाल एवं महाराष्ट्र और कर्नाटक में कम बारिश के
कारण दालों का नुकसान हुआ है। यह खतरा केवल दालों पर ही नहीं बल्कि काफी सारीसब्ज़ियों पर
भी पड़ गया है। क्यूंकि इस बार सही से बारिश नहीं हुई है इस कारण फसलों का काफी नुकसान हुआ
है।
भारत सरकार चावल की कमी होने पर उनकी कीमतों में तेजी से इजाफा हो ऐसा नहीं चाहती है।
चावल की खुदरा कीमतों पर अंशुक लगाए रखना जरूरी समझती है।
पाकिस्तान के पास हिस्सेदारी बढ़ाने का मौका
पाकिस्तान देश के पास अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का काफी बड़ा मौका है क्योंकि भारत सबसे ज्यादा
अमेरिका कनाडा ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका को अपना गैर बासमती चावल का एक्सपोर्ट करता है
परन्तु सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम के पश्चात इन देशों में चावल की खरीद के लिए हड़कंप
मचा हुआ है।
ऐसी स्थिति में जो कि हमारे सरकार ने इस पर रोक लगा दी है। तो पाकिस्तान अपना
योगदान इन देशों को दे सकता है। यदि पाकिस्तान इन देशों की मांग को पूरा करता है। तो वह काफी
अच्छे हिस्सेदारी को बढ़ा सकता है।
50 लाख टन चावल निर्यात का लक्ष्य
अभी राइट एक्सपर्ट एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान के मुखिया चेलाराम केलवानी द्वारा कहा गया है
कि विभिन्न चुनौतियों के बावजूद पाकिस्तान देश ने पिछले वित्तीय वर्ष में 37 लाख टन चावल का
निर्यात किया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस वित्तीय वर्ष में एक लाख टन चावल
का निर्यात किया जाना पाकिस्तान देश का लक्ष्य है।