भारत के जानेमाने खिलाड़ी पुनीत बिष्ट जी ने अपने 17 साल के क्रिकेट कैरियर को अलविदा कर
दिया है। जिसमें उन्होंने तीनों प्रारूपों में 277 मैच खेले हैं। हमारे भारत देश के लिए इंटरनेशनल
मैच खेलने का सपना पूरा न होने के कारण ही उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। इतिहास
देखे तो यह जानेमाने खिलाड़ी इंडिया प्रीमियम में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम के रूप में खेल चुके
हैं।
इसके साथ ही यह सन 2007-08 सत्र में अंतिम रणजी ट्राफी विजेता टीम का हिस्सा भी रह चुके है।
आपको बता दें की पुनीत बिष्ट ने 103 प्रथम श्रेणी मैचों में 38 के औसत से भी ज्यादा 5231 रन
बनाए और साथ-साथ 10 शतक और 343 रन की व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ पारी में भी अपना योगदान
दिया है।इतना ही नहीं बल्कि इन्होने 299 कैच और 19 स्टंप भी आउट किए है। जोकि भारत टीम
के लिए काफी अच्छी खबर रही।
17 छक्के की बेमिसाल पारी
इंडियन खिलाड़ी पुनीत जी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी मेघालय की ओर तरफ से खेलते हुए
मिजोरम के खिलाफ धमाकेदार पारी की थी। इन्होंने केवल 6 चौके और 17 छक्के में 146 दिए थे। यह
क्रिकेट इतिहास की पारी में सबसे ज्यादा 17 छक्के जमाने वाले पहले क्रिकेटर रहे। इसके साथ ही
पुनीत जी ने सूचि अ में 103 मैचों में 2924 रन बनाए थे। जिसमे उन्होंने 6 शतक और 17 अर्धशतक
मारे थे।
अभी हाल ही में पुनीत जी ने कहा है कि मुझे लगता है कि यह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट को अलविदा कहने
का सही समय है। मैंने अपनी पहली श्रेणी और लिस्ट ए दोनों प्रारूपों में 100 से ज्यादा मैच खेले हैं।
और अब बतौर खिलाड़ी हेतु मुझे कुछ नहीं चाहिए। और क्रिकेट करियर को छोड़ने का मेरा यह
सही समय है।